श्री नाकोड़ा गिरनार टूंक, श्री नेमिनाथ की टूंक से विख्यात धार्मिक पहाड़ी बनी हुई है। जिसे श्रद्धालु भक्तगण ‘दादाजी की टूंक’ के नाम से सम्बोधित करते है। इस दादावाड़ी का निर्माण मुनि श्री कांतिसागरजी (आचार्य श्री जिनकांतिसागर सूरीश्वरजी) के उपदेश एवं प्रेरणा से फलौदी निवासी श्री गुलाबचन्द गोलेच्छा ने वि.सं. 2018 में करवाया गया। इसमें बनी छतरी में दादाश्री जिनकुशलसूरिजी की चरण पादुका की प्रतिष्ठा जैन मुनि श्री कांतिसागरजी (आचार्य श्री जिनकांतिसागर सूरीश्वरजी) ने वि.सं. 2018 में करवाई। दादाश्री जिनकुशलसूरिजी की दादावाड़ी के दर्शन करने के लिये जमीनतल से कुल 412 पक्की सीढियां चढनी पड़ती है। इस दादावाड़ी से ऊपर 118 सीढियां चढने पर श्री नेमिनाथजी टूंक एवं नीचे 190 सीढियां उतरने पर श्री रूपादेवी जी के मंदिर के दर्शन होते है।