देष के विभिन्न भागोे से जैन तीर्थ नाकोड़ा की यात्रा पर पधारने वाले सभी जैन साधु - साध्वियों के वैयावच्च की समुचित व्यवस्था श्री जैन ष्वेताम्बर नाकोड़ा पार्ष्वनाथ तीर्थ ट्रस्ट मंडल द्वारा की जाती है। नाकोड़ा तीर्थ की यात्रा पर आने वाले साधु-साध्वियों की मार्ग सुविधा हेतु अस्थाई प्रवास के लिये कई उपासरों का निर्माण भी करवा दिया है। इनके साथ रहने वाले स्त्री - पुरूशों के वेतन आदि की समुचित व्यवस्था तीर्थ द्वारा की जाती है। साधु-साध्वियों के लिये प्रवास, आहार पानी, दवाई, पैदल नहीं चलने वाले असहाय साधु-साध्वियों के लिये गाड़े, व्हीलचेयर आदि की व्यवस्था के साथ उनके रख - रखाव मरम्मत आदि की व्यव्था भी तीर्थ की तरफ से की जाती है।
जैन तीर्थ पर पधारने वाले साधु-साध्वियों को धार्मिक षिक्षण देने की भी समुचित व्यवस्था है। इसके अतिरिक्त अन्यत्र साधु-साध्वियों के षिक्षण की व्यवस्था हेतु सहयोग की मांग आने पर तीर्थ सहयोग देता रहता है। तीर्थ पर जैन साधु-साध्वियों के चातुर्मास करवाये एवं आपश्रीजी की निश्रा में धार्मिक आयोजन भी तीर्थ द्वारा करवाये जाते रहते है। यदि किसी जैन तीर्थ अथवा जैन श्री संघो की तरफ से जैन साधु-साध्वी वैयावच्च हेतु धन की आवष्यकता की मांग आती है तो तीर्थ सहयोग देता रहता है। जैन साधु-साध्वियों के लिये ज्ञानोपार्जन के साधन भी उपलब्ध करवाता रहता है। तीर्थ जैन साधु-साध्वियों के वयावच्च को प्राथमिकता के आधार पर करना अपना कर्त्तव्य एवं सौभाग्य समझता है।
जैन साधु-साध्वियों के साधुत्व जीवन की आवष्यकताओं का वैयावच्च करने के साथ तीर्थ समय-समय पर उनका मान, सम्मान के साथ पदवी प्रदान करने वाली पहल भी करता रहता है।